GSTA PRESIDENT की छुट्टियों के गलत आर्डर के लिए डायरेक्टर एजुकेशन से मुलाकात।
*सम्मानित साथियो*
*नमस्कार*।
*दोस्तो आज फिर एक मीटिंग शिक्षा विभाग निदेशक मैडम तथा आपके GSTA के अध्यक्ष श्री सीपी सिंह व उपाध्यक्ष-महासचिव श्री प्रशांत प्रियदर्शी के साथ हुई*।
*मुद्दा था पिछले दिनों विभाग की तरफ से आया एक गलत आदेश...इसको लेकर GSTA के प्रतिनिधि पहले भी निदेशक मैडम के साथ दो-तीन मीटिंग कर चुके हैं आज भी ओर पहले भी निदेशक मैडम ने हमें पूरी तरह से आश्वस्त किया और कहा कि CL तो पहले से ही beyond the leave rules हैं तो इनको तो कोई भी नही रोक सकता है और ये आप अपने स्कूल /औफिस से साधारण सी सुचना देकर प्राप्त कर सकते हैं तथा दुसरी तरह की छुट्टियां जैसे:- Medical ground, for attending marriage of close relative or discharging other social obligation, availing LTC whose tickets are already booked, maternity leave or leave on account of instant emergency will not be denied*.
*मित्रों इसी issue के लिए मैडम ने आज चार बजे सभी DDE district or DDE Zone की मीटिंग बुलाई और उसमें सभी अधिकारियों को कहा गया कि बेवजह किसी भी शिक्षक-शिक्षिका को परेशान ना किया जाये और निदेशक मैडम ने हमे आश्वासन दिया है कि जल्दी ही उपरलिखित सभी बातों के लिए विभाग से आदेश में संशोधन करवा दिया जाएगा ओर फिर भी कोई अधिकारी आपको परेशान करता है तो आप अपने GSTA के प्रतिनिधियों से मिलकर या DDE district से मिलकर अपनी समस्या का हल करवालें*।
*साथियो इन सभी मीटिंग्स में मैडम को हमारे द्वारा बड़ी ही विनम्रता व मर्यादित ढ़ंग से बताया गया कि मैडम जी विभाग में लगभग teachers के 30000 पद खाली पड़े हैं जिनका अनावश्यक बोझ हम सब ही झेल रहे हैं जो कत्तई सही नहीं है और शिक्षक-शिक्षिकाओं से स्कूलों में लगभग 52 तरह के दुसरे काम करवाए जाते हैं जबकि हमारी नोकरी शिक्षण का काम करवाने के लिए लगी थी लेकिन सिर्फ वो ही काम चाहकर भी हम पूरी तरह से नहीं करवा पाते है,नो डिटक्सन पोलिसी से भी स्कूलों का वातावरण बहुत खराब हो गया है मैडम स्कूलों का वातावरण बिल्कुल भी शिक्षा,शिक्षण व शिक्षक-शिक्षिकाओं के अनुकूल नही है हम बेहद प्रतिकूल अवस्थाओं में काम कर रहे हैं कृपया स्कूलों का माहौल हमारे अनुकूल कर दो और फिर आप हर चिन्ता से मुक्त हो जाओ,हमारे विभाग में काम करने वाले सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं बहुत मेहनती, बुद्धिमान व इन बच्चों की बहुत चिंता करते है दोस्तो लगभग सभी बातों पर मैडम से चर्चा हुई तथा उन्होंने भी इन सब बातों को समझा और इस आदेश में संशोधन करने के लिए हमें आश्वासन दिया*।
*दोस्तो किसी भी तरह से परेशान होने की जरूरत नहीं है आपके अपने GSTA के प्रतिनिधि आप सभी साथियों की चिंता करते हैं व आप सब के हक-अधिकारों के लिए अथक परिश्रम कर रहे रहे हैं*।
*सा्थियो हमें जब भी जरूरत हुई है आप सभी ने GSTA का भरपूर सहयोग किया है आप सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं का ह्रदय से आभार व बहुत-बहुत धन्यवाद*।
विनीत/आपका
कृष्ण कुमार फोगाट
(शा.शिक्षा शिक्षक)
*जीएसटीए-सदस्य*
*नमस्कार*।
*दोस्तो आज फिर एक मीटिंग शिक्षा विभाग निदेशक मैडम तथा आपके GSTA के अध्यक्ष श्री सीपी सिंह व उपाध्यक्ष-महासचिव श्री प्रशांत प्रियदर्शी के साथ हुई*।
*मुद्दा था पिछले दिनों विभाग की तरफ से आया एक गलत आदेश...इसको लेकर GSTA के प्रतिनिधि पहले भी निदेशक मैडम के साथ दो-तीन मीटिंग कर चुके हैं आज भी ओर पहले भी निदेशक मैडम ने हमें पूरी तरह से आश्वस्त किया और कहा कि CL तो पहले से ही beyond the leave rules हैं तो इनको तो कोई भी नही रोक सकता है और ये आप अपने स्कूल /औफिस से साधारण सी सुचना देकर प्राप्त कर सकते हैं तथा दुसरी तरह की छुट्टियां जैसे:- Medical ground, for attending marriage of close relative or discharging other social obligation, availing LTC whose tickets are already booked, maternity leave or leave on account of instant emergency will not be denied*.
*मित्रों इसी issue के लिए मैडम ने आज चार बजे सभी DDE district or DDE Zone की मीटिंग बुलाई और उसमें सभी अधिकारियों को कहा गया कि बेवजह किसी भी शिक्षक-शिक्षिका को परेशान ना किया जाये और निदेशक मैडम ने हमे आश्वासन दिया है कि जल्दी ही उपरलिखित सभी बातों के लिए विभाग से आदेश में संशोधन करवा दिया जाएगा ओर फिर भी कोई अधिकारी आपको परेशान करता है तो आप अपने GSTA के प्रतिनिधियों से मिलकर या DDE district से मिलकर अपनी समस्या का हल करवालें*।
*साथियो इन सभी मीटिंग्स में मैडम को हमारे द्वारा बड़ी ही विनम्रता व मर्यादित ढ़ंग से बताया गया कि मैडम जी विभाग में लगभग teachers के 30000 पद खाली पड़े हैं जिनका अनावश्यक बोझ हम सब ही झेल रहे हैं जो कत्तई सही नहीं है और शिक्षक-शिक्षिकाओं से स्कूलों में लगभग 52 तरह के दुसरे काम करवाए जाते हैं जबकि हमारी नोकरी शिक्षण का काम करवाने के लिए लगी थी लेकिन सिर्फ वो ही काम चाहकर भी हम पूरी तरह से नहीं करवा पाते है,नो डिटक्सन पोलिसी से भी स्कूलों का वातावरण बहुत खराब हो गया है मैडम स्कूलों का वातावरण बिल्कुल भी शिक्षा,शिक्षण व शिक्षक-शिक्षिकाओं के अनुकूल नही है हम बेहद प्रतिकूल अवस्थाओं में काम कर रहे हैं कृपया स्कूलों का माहौल हमारे अनुकूल कर दो और फिर आप हर चिन्ता से मुक्त हो जाओ,हमारे विभाग में काम करने वाले सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं बहुत मेहनती, बुद्धिमान व इन बच्चों की बहुत चिंता करते है दोस्तो लगभग सभी बातों पर मैडम से चर्चा हुई तथा उन्होंने भी इन सब बातों को समझा और इस आदेश में संशोधन करने के लिए हमें आश्वासन दिया*।
*दोस्तो किसी भी तरह से परेशान होने की जरूरत नहीं है आपके अपने GSTA के प्रतिनिधि आप सभी साथियों की चिंता करते हैं व आप सब के हक-अधिकारों के लिए अथक परिश्रम कर रहे रहे हैं*।
*सा्थियो हमें जब भी जरूरत हुई है आप सभी ने GSTA का भरपूर सहयोग किया है आप सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं का ह्रदय से आभार व बहुत-बहुत धन्यवाद*।
विनीत/आपका
कृष्ण कुमार फोगाट
(शा.शिक्षा शिक्षक)
*जीएसटीए-सदस्य*
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