आज 11 अक्टूबर की अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण सत्याग्रह के परिणाम के बारे में एलजी हाउस संबंधित जानकारियां।
सभी साथियों को नमस्कार🙏
आप सभी जानते हैं कि इस 4 तारीख को विधानसभा में हमारा नियमितीकरण का बिल पारित हुआ था। हमारी जानकारी के अनुसार 9 तारीख तक फाइल एलजी हाउस पहुंच जाने वाली थी। इसी बीच हमने 8 तारीख को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी जी से मिलने की योजना बनाई क्योंकि उन्होंने कहा था कि बिल साइन होने के बाद वह हमारा समर्थन करेंगे और LG साहब से हस्ताक्षर करवाने में मदद करेंगे। इसलिए हमने सभी साथियों को आह्वान किया कि हम 8 तारीख को मनोज तिवारी जी से मिलने चलते हैं और काफी साथी माननीय मनोज तिवारी के हाउस पर पहुंचे, किंतु मनोज तिवारी जी की समय की व्यस्तता के कारण वह 8 तारीख को हम से नहीं मिले।
जैसा कि हम जानते हैं की एलजी साहब द्वारा वैकेंसी निकाल दिए जाने के आदेश दे दिए जा चुके थे , कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है जिसके आगे आने वाले सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम से हम अनभिज्ञ हैं और प्रमोशन भी कभी भी आ सकते हैं इसलिए हमारे पास समय का अभाव होने के कारण हम लोग 11 तारीख को यानी कि आज LG हाउस पहुंचे।
आप सभी जानते हैं कि आज दिल्ली अतिथि शिक्षक संघ के नेतृत्व में करीब 2000 से 2200 टीचर एलजी हाउस पर अपने नियमितीकरण के बिल पर हस्ताक्षर करवाने हेतु आग्रह करने के लिए पहुंचे। इसके परिणाम स्वरुप प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए एलजी हाउस में अंदर बुलाया गया जिसके तहत हमारी बातचीत LG साहब के एजुकेशन सेक्रेटरी और पर्सनल सेक्रेटरी से एक साथ हुई।जिसके तहत हमें यह जानकारी हासिल हुई हमारी फ़ाइल 7 तारीख को लॉ डिपार्टमेंट के नौकर LG हाउस पहुंच गई थी और इसके बाद इस फाइल को दोबारा एग्जामिन करने के लिए Law डिपार्टमेंट भेज दिया गया। साथ ही, हमें यह कहा गया कि LG साहब हमारे प्रति सहानुभूति की भावना रखते हैं इसलिए हमारी फ़ाइल पर संविधान के अनुसार सही निर्णय लिया जाएगा।लेकिन जब तक फाइल नहीं आ जाती तब तक हमारे लिए कुछ भी कहना (कमिटमेंट करना) सही नहीं होगा।
इस पर हमने उन्हें कहा कि माननीय LG साहब द्वारा पत्र लिखकर सरकार को यह कहा गया कि हमारा दिल्ली अतिथि शिक्षकों का मैटर सर्विस मैटर है जोकि LG साहब की अधिकारिक क्षेत्र के अंतर्गत आता है और हमने आग्रहपूर्वक उन्हें बताया कि दिल्ली गवर्नमेंट के एक्ट 1991 के धारा 26 के अनुसार यदि किसी बिल में त्रुटि भी हो तब भी LG साहब को अधिकार प्राप्त है कि वह उसे हस्ताक्षर कर मान्यता दे सकते हैं।
हमने उनसे पूछा कि अंतिम बार जब हमारी मुलाकात LG साहब से हुई थी तब उन्होंने कहा था कि उन्होंने वैकेंसी को स्टे इसलिए ही किया क्योंकि वह हमारे साथ सहानुभूति रखते हैं और हमारे हित में निर्णय लेना चाहते हैं। लेकिन अब उन्होंने वैकेंसी निकालने के आदेश दे दिए हैं और हम अतिथि शिक्षक असमंजस और डर की स्थिति में पहुंच गए हैं है।
इस पर उन्होंने जवाब दिया कि ऐसा करना LG साहब के लिए बाध्यता है क्योंकि कोर्ट के आदेश को वह अधिक समय तक नहीं टाल सकते।
जितने भी साथी आज तमाम बाध्यताओं के बावजूद LG हाउस पर पहुंचे दिल्ली अतिथि शिक्षक संघ उन सभी *साथियों को तहे दिल से धन्यवाद देता* है और साधुवाद देता है। साथ ही निवेदन करता है की लक्ष्य अभी दूर है इसलिए एकता को बनाए रखें और बाकी सभी साथियों को जोड़े रखने में सहयोग करें।
दिल्ली अतिथि शिक्षक संघ ( *DASS* )
आप सभी जानते हैं कि इस 4 तारीख को विधानसभा में हमारा नियमितीकरण का बिल पारित हुआ था। हमारी जानकारी के अनुसार 9 तारीख तक फाइल एलजी हाउस पहुंच जाने वाली थी। इसी बीच हमने 8 तारीख को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी जी से मिलने की योजना बनाई क्योंकि उन्होंने कहा था कि बिल साइन होने के बाद वह हमारा समर्थन करेंगे और LG साहब से हस्ताक्षर करवाने में मदद करेंगे। इसलिए हमने सभी साथियों को आह्वान किया कि हम 8 तारीख को मनोज तिवारी जी से मिलने चलते हैं और काफी साथी माननीय मनोज तिवारी के हाउस पर पहुंचे, किंतु मनोज तिवारी जी की समय की व्यस्तता के कारण वह 8 तारीख को हम से नहीं मिले।
जैसा कि हम जानते हैं की एलजी साहब द्वारा वैकेंसी निकाल दिए जाने के आदेश दे दिए जा चुके थे , कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है जिसके आगे आने वाले सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम से हम अनभिज्ञ हैं और प्रमोशन भी कभी भी आ सकते हैं इसलिए हमारे पास समय का अभाव होने के कारण हम लोग 11 तारीख को यानी कि आज LG हाउस पहुंचे।
आप सभी जानते हैं कि आज दिल्ली अतिथि शिक्षक संघ के नेतृत्व में करीब 2000 से 2200 टीचर एलजी हाउस पर अपने नियमितीकरण के बिल पर हस्ताक्षर करवाने हेतु आग्रह करने के लिए पहुंचे। इसके परिणाम स्वरुप प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए एलजी हाउस में अंदर बुलाया गया जिसके तहत हमारी बातचीत LG साहब के एजुकेशन सेक्रेटरी और पर्सनल सेक्रेटरी से एक साथ हुई।जिसके तहत हमें यह जानकारी हासिल हुई हमारी फ़ाइल 7 तारीख को लॉ डिपार्टमेंट के नौकर LG हाउस पहुंच गई थी और इसके बाद इस फाइल को दोबारा एग्जामिन करने के लिए Law डिपार्टमेंट भेज दिया गया। साथ ही, हमें यह कहा गया कि LG साहब हमारे प्रति सहानुभूति की भावना रखते हैं इसलिए हमारी फ़ाइल पर संविधान के अनुसार सही निर्णय लिया जाएगा।लेकिन जब तक फाइल नहीं आ जाती तब तक हमारे लिए कुछ भी कहना (कमिटमेंट करना) सही नहीं होगा।
इस पर हमने उन्हें कहा कि माननीय LG साहब द्वारा पत्र लिखकर सरकार को यह कहा गया कि हमारा दिल्ली अतिथि शिक्षकों का मैटर सर्विस मैटर है जोकि LG साहब की अधिकारिक क्षेत्र के अंतर्गत आता है और हमने आग्रहपूर्वक उन्हें बताया कि दिल्ली गवर्नमेंट के एक्ट 1991 के धारा 26 के अनुसार यदि किसी बिल में त्रुटि भी हो तब भी LG साहब को अधिकार प्राप्त है कि वह उसे हस्ताक्षर कर मान्यता दे सकते हैं।
हमने उनसे पूछा कि अंतिम बार जब हमारी मुलाकात LG साहब से हुई थी तब उन्होंने कहा था कि उन्होंने वैकेंसी को स्टे इसलिए ही किया क्योंकि वह हमारे साथ सहानुभूति रखते हैं और हमारे हित में निर्णय लेना चाहते हैं। लेकिन अब उन्होंने वैकेंसी निकालने के आदेश दे दिए हैं और हम अतिथि शिक्षक असमंजस और डर की स्थिति में पहुंच गए हैं है।
इस पर उन्होंने जवाब दिया कि ऐसा करना LG साहब के लिए बाध्यता है क्योंकि कोर्ट के आदेश को वह अधिक समय तक नहीं टाल सकते।
जितने भी साथी आज तमाम बाध्यताओं के बावजूद LG हाउस पर पहुंचे दिल्ली अतिथि शिक्षक संघ उन सभी *साथियों को तहे दिल से धन्यवाद देता* है और साधुवाद देता है। साथ ही निवेदन करता है की लक्ष्य अभी दूर है इसलिए एकता को बनाए रखें और बाकी सभी साथियों को जोड़े रखने में सहयोग करें।
दिल्ली अतिथि शिक्षक संघ ( *DASS* )
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