स्कूलों में टाइम टेबल में प्रिंसिपलों द्वारा की जाने वाली धांधली के विषय में एक अध्यापक द्वारा शिक्षा मंत्री को पत्र।
माननीय शिक्षा मंत्री
दिल्ली सरकार
आज एक बहुत बड़ी समस्या के प्रति आपका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में सुधारात्मक दिशा में आपने कुछ काम किया किन्तु यह सुधार और अधिक उचित ढंग से किया जाए तो बेहतर होगा एक तो टाइम टेबल जो प्रत्येक शिक्षक को दिया जाता है वह पारदर्शी नहीं होता किसी शिक्षक को एक दिन मैं 5 कालांश और किसी को केवल 2 या तीन ही कृपया इस विषय की पूरी जांच की जाए दिल्ली के प्रत्येक विद्यालय में एक जांच समिति का गठन किया जाए दिल्ली के विद्यालयों में इस प्रकार की धांधली में प्रधानाचार्य लिप्त हैं जो कुछ ऐसे शिक्षकों के साथ मिलकर टाइम टेबल बनाते हैं जो प्रधानाचार्यों की चाटुकारिता करते हैं किसी न किसी चार्ज का बहाना लेकर उनके कालांशों में कमी की जाती है तथा उनके कार्य को उन शिक्षकों को दे दिया जाता है जो इसका विरोध करते है समय समय पर विद्यालयों की समय सारणी की जांच की जाए किस शिक्षक के कितने कालांश है और कौनसा कार्य भार वह विद्यालय में संभाल रहा है साथ ही प्रधानाचार्यों को भी अपने विषय को पढ़ाने के लिए कालांश दिए जाएं ताकि वे प्रशासनिक कार्य के साथ अपने विषय को विद्यालय में पढ़ाएं ताकि छात्र उनके ज्ञान से लाभान्वित हो सकें प्रधानाचार्य केवल कुर्सी पर बैठकर ऐयरकंडिशन का आनंद ही न लें उन्हें जो 14 या 12 कालांश सप्ताह में दिए जातें है उन्हें वे पढ़ाएं ताकि अन्य शिक्षक कोई रचनात्मक कार्य कर सकें शीघ्र ही इस प्रकार की कोई जांच समिति बनाई जाए जो प्रत्येक शिक्षक के कालांशों का लेखा जोखा रखे ताकि प्राचार्यों के प्रति कुछ तथाकथित शिक्षकों की चाटुकारिता पर प्रतिबंध लग सके, इस प्रकार की चाटुकारिता और कुव्यवस्था हमारे विद्यालय zp ब्लॉक पीतम पुरा सर्वोदय विद्यालय दिल्ली में व्याप्त है आपसे अनुरोध है कि इस विद्यालय की इस संबंध में पूर्ण जांच करवाई जाए साथ ही यह अभियान प्रत्येक विद्यालय में चलाया जाए प्रत्येक माह में इस विषय की जांच के लिए मेंटर शिक्षकों का योगदान लिया जाए या किसी जाँच समिति का गठन किया जाए।
मुझे आशा है आप इस दिशा में शीघ्र ही उचित कदम उठाएंगे।
एक शिक्षक
स्रोत : Whatsspp
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