🇮🇳 शिक्षक न्याय मंच (रजि)🇮🇳
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*शिक्षक साथियों*
*आजकल शिक्षक समाज में काफ़ी कुछ नाटकीय घटनाक्रम चल रहा है जिस पर शिक्षक समाज को सभी पक्षों को सुन एवम् मूल्याँकन कर स्वयं निर्णय लेना है*
(1) मई 20017 के आरम्भ में *शिक्षक न्याय मंच* ने GSTA को आगाह किया था कि विभाग *नई स्थानांतरण पॉलिसी* बना रहा है जिसने 5 साल एक स्कूल में कार्यरत शिक्षकों के स्थानांतरण का प्रस्ताव था। उसके बाद ये सन्देश हमने आप सबको दिया था।
(2) हमारी GSTA ने सोशल मीडिया एवम् सेमिनार में जाकर ये बोला कि न्याय मंच ग़लत जानकारी देकर भय का महोल बना रहा है।
(3) शिक्षक न्याय मंच ने 2 जून 2017 को पुनः सोशल मीडिया के माध्यम से update दिया कि 5 साल वाली शर्त अभी होल्ड पर रख कर online ट्रान्स्फ़र को स्वीकृति दे दी है
(4) अब जादू देखिए अचानक GSTA को 14 जून को पता चलता है कि विभाग 5 साल वाली शर्त लगा रहा है तो एक बिना विभाग में डायरी किया हुआ पत्र स्थानांतरण पॉलिसी के सुधारों पर जारी होता है एवम् विभाग बिना ओपचारिकता पूरी किये रातों रात कार्य कर न्यू ट्रान्स्फ़र पॉलिसी लागू कर देता है
(5) साथियों ठीक एसा ही जादू शुक्रवार को बड़े समय को वापस लेने के समय भी हुआ था GSTA ने ख़ुद अपनी पोस्ट में लिखा है कि माननीय शिक्षा मन्त्री मिलने का समय नहीं देते एवम् निदेशक महोदया ने भी मिलने का समय नहीं देने के कारण GSTA ने उनके कार्यालय के बाहर धरना दिया एवम् शाम को मिलने पर आदेश वापस लेने में असमर्थता जता दी थी
(6) लेकिन आदेश वापस लेते ही ' अपने मुँह मियाँ मिट्ठु ' बनते हुए लम्बे msg एवम् बाक़ी सभी मोकाप्रस्त ।
*साथियों शिक्षक न्याय मंच ने कभी ये दावा नहीं किया कि किसी भी कार्य के लिये केवल हमने प्रयास किये है*
*निश्चित रूप से सभी पक्षकारों की भूमिका होती है किसी की अधिक किसी की कम*
*GSTA से निवेदन है कि जितनी ऊर्जा वह आदेश जारी होने पर उसके प्रचार एवम् बाक़ी संघटनो को झूठा साबित करने पर लगती है उतना सबको साथ लेकर कार्य करे तो परिणाम काफ़ी सकारात्मक होंगे।*
*GSTA को सकारात्मक सोच एवम् सदबुद्दी की कामना के साथ हार्दिक नमन*
निवेदक
शिक्षक न्याय मंच
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