शिक्षकों की चुनावी डयूटी एक कोने से दूसरे कोने मे लगने के कारण - SFTC का पत्र।
सोसायटी फॉर टीचर्स कॉज
दिल्ली प्रदेश
सम्मानित शिक्षकों,
प्रणाम।
दिल्ली नगर निगम-2017 के चुनाव 23 अप्रैल को होने हैं। चुनावों मे शिक्षक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं और निभाते रहेंगे। लेकिन इस बार कई बर्षो के बाद दिल्ली के सरकारी विद्यालयों के मेहनती और ईमानदार शिक्षकों की चुनावी ड्यूटी दिल्ली के एक कोने से दूसरे कोने मे लगा दी गई हैं। परिणामस्वरूप शिक्षकों मे मुख्य तौर पर महिला शिक्षकों मे हडकंप मचा हुआ है।दिल्ली के शिक्षक इस अव्यवस्था के लिए केवल औऱ केवल वर्तमान GSTA की निष्क्रिय प्रवृत्ति को ही जिम्मेदार मान रहे हैं।
आपको याद दिला दें कि सन् 2008 से लेकर सन् 2014 तक दिल्ली के शिक्षकों की चुनावी ड्यूटी उनके विधान सभा क्षेत्र मे न लगकर उनके ही संसदीय क्षेत्र के अन्य विधान सभा क्षेत्रों मे लगी और उनके घर के नजदीक लगीं।और T.A. के बिल भी लगे।
उपरोक्त सभी सुविधाएं मुहैया कराने मे आपकी तत्काल ईन GSTA{SFTC} के प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आपकी तत्काल ईन GSTA(SFTC) ने कभी भी शिक्षकों के मान-सम्मान पर आँच नहीं आने दी।वहीं दूसरी ओर हमारी वर्तमान GSTA ने शिक्षकों के मान-सम्मान को गिरवी रख दिया है।दिल्ली के तेजस्वी शिक्षक वर्तमान GSTA को उसकी अनुभवहीनता के लिए कोस रहे हैं और तत्काल ईन GSTA(SFTC) के द्वारा शिक्षक हित मे किए गये ऐतिहासिक कार्यों को रह-रह कर याद कर रहे हैं।
*जय शिक्षक* ⛳ *जय दिल्ली*
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