शिक्षक न्याय मंच
----------------------------------------------*शिक्षक साथियों*
आपने GSTA महासचिव द्वारा NDTV पर दिए उनके पक्ष को सुना होगा। इस पर हमारा पक्ष इस प्रकार हैं
*भारत की सबसे बड़ी शिक्षक यूनियन का प्रतिनिधि होने के कारण उनको जो अवसर मिला उसको उन्होंने बिना तैयारी या ज्ञान के अभाव के कारण खो दिया। मुद्दों की बात ना कर IAS अफसरों का बखान करने में ही हाथ आया मौका खो दिया।*
(1) *दिल्ली सरकार द्वारा 6th पे कमीशन में TGT-17140 एवं PGT-18460 का वेतन ना देने के मुद्दों को छोड़ कर हमें जो वेतन मिल रहा है उसको justify कर रहे हैं।*
(2) *सारी दुनिया को पता है कि शिक्षकों के आधे पद खाली हैं।उसी बात को दोहरा रहे हैं। जबकि मौका था कि 75% पद जोकि पदोन्नति से भरे जाने हैं उसके लिए शिक्षा निदेशालय के failure को expose करने का मौका खो दिया।*
(3) *SMC के माध्यम से सरकार द्वारा जो स्कूलों का राजनीतिकरण किया जा रहा है उस पर कोई विरोध नहीं।*
(4) *सरकारी स्कूलों में पढ़ाई में कमजोर छात्रों का कारण हमारे ही शिक्षक साथियों (MCD) पर लगा कर शिक्षकों की छवि को खराब किया जबकि कारण खराब शिक्षा व्यवस्था है ना कि mcd शिक्षक।*
(5) *शिक्षा नीति निर्माण एवं पाठ्यक्रम निर्माण में सरकारी शिक्षकों की भूमिका लगभग ना के बराबर है जोकि शिक्षा के गिरते स्तर का प्रमुख कारण है।उस पर कुछ नहीं बोला।*
साथियो अपनी राजनीति महत्वकांक्षा के चक्कर में GSTA का इस्तेमाल किया जा रहा है। इनका कार्यकाल पिछले साल पूरा हो चूका है और GSTA इतिहास मे इतना कमजोर एवं बिना तैयारी वाला प्रतिनिधित्व हमने ना सुना ना देखा।
____________________________*निवेदक*
*समस्त कार्यकारिणी*
*शिक्षक न्याय मंच (रजि)*
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