शिक्षक न्याय मंच (रज़ि)
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समस्त शिक्षक साथियों
जब हमारे शिक्षक साथी मुकेश कुमार की हत्या हुई तब समस्त शिक्षक समाज ने कुछ माँग मांगी थी
(1)स्व• मुकेश को शहीद का दर्जा।
(2)परिवार के एक सदस्य को योग्यता अनुसार सरकारी नोकरी।
(3)विद्यालय का नाम या किसी शिक्षा योजना का नाम स्व मुकेश के नाम से।
(4)सम्मानजनक मुआवजा ।
(5) सभी शिक्षकों की सुरक्षा सुनिशित
*अब दिल्ली मे एक दुर्घटना हुई जिसमें पूर्व सैनिक ने आत्महत्या कर ली। जिसमे परिवार को बिना कुछ मांगे क्या मिला*
(1) आत्महत्या करने पर दिल्ली सरकार द्वारा शहीद का दर्जा।
(2) 1 करोड़ दिल्ली सरकार द्वारा। 10 लाख हरियाणा सरकार द्वारा।
(3) परिवार के एक सदस्य को दिल्ली सरकार द्वारा सरकारी नोकरी।
(4) मुख्यमंत्री स्वंम अंतिम संस्कार मे।
*कुछ यक्ष प्रश्न दिल्ली के सभी शिक्षकों से*
दिल्ली मे 1 लाख से ज्यादा सरकारी शिक्षक (GNCT, MCD, NDMC,CANT BOARD,ADDID SCHOOL)एवं 1 लाख के लगभग प्राइवेट स्कूल शिक्षक है, *कुल दो लाख शिक्षक परिवार* जोकि लगभग 30 लाख बच्चो को पढ़ाते है।
सीधे शब्दों मे दिल्ली के हर घर(वोटर) तक हमारी सीधी पहुँच है।इसके बावजूद शिक्षकों की उपरोक्त मांगो पर कोई कार्यवाही नही।
(1) *क्या शिक्षक समाज के पास वोट का अधिकार नही है?*
(2) *क्या हमारा वोट उतना कीमती नही है जितना बाकि वोट बैंक का।*
(3) *क्या हर बार हम यू ही बलि का बकरा बनते रहेंगे।*
(4) *क्या अब चुनाव के समय समाज मे शिक्षकों की राय का महत्व कम हो गया है?*
अब समय है आत्ममंथन का है अधिकार को लंबित है ही जान और मान-सम्मान पर बन आई है।अब ना जगे तो बहुत देर हो जाएगी।अपनी शक्ति को पहचानों हम उस एक शिक्षक चाणक्य के प्रतिनिधि है जिस अकेले ने पूरे साम्राज्य का पतन कर दिया था हम तो दो लाख शिक्षक है।
*हम वो दरिया है जिसको अपना हुनर मालूम है जिधर बह जाएंगे रस्ता बन जाएगा।*
*जय शिक्षक* *जय भारत*
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निवेदक:-
*प्रदीप डागर*
*अध्यक्ष,शिक्षक न्याय मंच*(रज़ि)
---------------------------------------------अपील:- *कृपया सन्देश को सभी शिक्षकों तक पहुचाना सुनिश्चित कर अपना योगदान दे।*
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