शिक्षक न्याय मंच (रजि)
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*शिक्षक न्याय मंच वर्तमान घटनाक्रम पर अपना दृष्टिकोण रख रहा है*
*(1)* दिल्ली सरकार द्वारा शिक्षा व्यवस्था मे सुधार हेतू हर *सकारात्मक कदम का स्वागत करता है।* जैसे PTM का आयोजन, मूलभुत सविधाओं मे इजाफा,इत्यादि
*(2)* सरकार द्वारा पाठयक्रम को घटाने के बारे में बार बार अपना रुख बदलने का विरोध करता है शैक्षणिक वर्ष का 1/3 समय बीत चुका है।अभी तक विरोधाभास बरकरार है | *20% पाठयक्रम घटना सही निर्णय है।* पर उस पर जल्द शिक्षा निदेशालय लिखित आदेश जारी करे।
*(3)* पूर्ण शिक्षक वर्ग (PRT ,TGT, PGT) जोकि 6th पे कमीशन से *ग्रुप B(अराजपत्रित)* मे आता है इस लिये *GIS कटौती 60 रूपये प्रति माह* होगी।जिसे सारे लाभ ग्रुप B के मिलेंगे।इस संदर्भ मे 23 जनवरी 2016 का आदेश edudel पर है।सभी शिक्षक साथी अपनी GIS कटौती 60 रूपए करवाए।DDO द्वारा आदेश लागू ना करने पर हमसे सम्पर्क करें।
*(4)* पिछले काफी समय से हमारी *प्रतिनिधि संस्था GSTA* के पदाधिकारियों की कार्यशैली *काम कम,दिखावा ज्यादा* वाली हो गई है उसके निम्न तथ्य है:-
*(क)* *वेतन विसंगति* के मुद्दे का समाधान वित्त मंत्रालय ,भारत सरकार से होना है।आज तक "अरुण जेटली जी" से नही मिले कभी गृह मंत्री "राजनाथ सिंह", कभी खेल मंत्री "विजय गोयल जी" से मिल कर किसी *छुपे एजेण्डे पर कार्य कर रहे है।*
*(ख)* दिल्ली मे चल रहे ड्रामो से प्रभावित होकर GSTA ने आंदलोन के लिये *आम राय* मांगी थी।उस पर क्या राय आई और क्या निर्णय लिया ?
*(ग)* GSTA दिल्ली सरकार के हर आदेश का आँख बंद कर ऐसे विरोध करती है जैसे यह *शिक्षक एसोसियेशन ना होकर कोई विरोधी राजनीतिक दल है।* जैसे हाल ही मे आये आदेश कि प्रत्येक विधानसभा मे सभी स्कूलों की SMC की बैठक वहां के विधायक एवं अधिकारी करेंगे।उसका हमारे अधिकारों से कोई हनन नही होता फिर भी GSTA जैसी पवित्र संस्था का *व्यक्तिगत स्वार्थ मे दुरूपयोग किया जा रहा है।*
*(घ)* GSTA की आम सभा के लिये *"त्यागराज स्टेडियम "*की अव्यवहारिक एवं अधिकार क्षेत्र से बाहर मांग करके पुनः अपनी *अधूरी जानकारी एवं अधूरी तैयारी* का परिचय दिया। जैसे NCR के अस्पतालों को DGEHS के पैनल मे जोड़ने के लिये *उन अस्पतालों की भी मांग कर रखी है, जोकि पहले से ही लिस्ट मे है।*
*(ड)* निदेशालय से निकलने वाले हर आदेश पर *श्रेय लेने की जल्दबाजी।* PTM के विभिन आदेशों के विषय मे पहले कहा कि हमारे प्रयासों से *El मिल गई ,फिर अगले संशोधित आदेश पर कहा कि हमने आयोजन की दिनांक बदलवा दी।*हम जानना चाहते है कि *आखिर आपने माँग क्या की थी ?*
*(च)* केवल यह कह देने से कि आपने शिक्षकों की मांगों के लिये पत्र दिये हैं और दिल्ली सरकार या शिक्षा निदेशक *मिलने का समय नही दे रहे।*आप अपनी जिम्मेदारियों से नही बच सकते,ऐसा नकारात्मक माहौल भी आपने ही बनाया है कि कोई भी *आपसे मिलना ही नही चाहता।*
इस पत्र के माध्यम से हम *अपील* करते कि हमारा *शिक्षक परिवार 40 हजार शिक्षको*का है।GSTA के द्वारा जारी पत्रों मे *नीतिगत गलतियो* की सम्भावना नही होनी चाहिये।इसका *GSTA की प्रतिष्ठा* पर गलत प्रभाव जाता है।साथ ही मांग करते है कि GSTA की *आम सभा* किसी विद्यालय के बडे आडिटोरियम मे जल्द आयोजित करवाए ताकि सभी मामलो पर निर्णय हो सके।
*जय शिक्षक जय भारत*
स्त्रोत : SNM
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