संवैधानिक संस्था GSTA के लिए खतरे की घंटी - SFTC की चेतावनी
जय शिक्षक जय दिल्ली
सोसायटी फॉर टीचर्स कॉज(रजि.
दिल्ली प्रदेश
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दिल्ली के सम्मानित शिक्षक भाईयों/बहनों,
सादर नमस्कार ।
भारतवर्ष के 30 प्रदेशों मे सबसे अधिक सरकारी विद्यालय दिल्ली प्रदेश मे हैं औऱ सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों का सबसे बडा मान्यता प्राप्त संगठन GSTA है।जिसे दिल्ली के सरकारी विद्यालयों मे शिक्षण करनेवाले 40,000 शिक्षक लोकतांत्रिक प्रणाली से चुनते हैं। शिक्षकों के अधिकारों व हितों की रक्षा करने का दायित्व केवल औऱ केवल मान्यता प्राप्त शिक्षक संस्था GSTA को ही है।
लेकिन वर्तमान समय मे GSTA के समानांतर कुछ शिक्षक संगठन जैसे DASTAN औऱ SNM शिक्षक हितों का दावा कर अपनी-अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओ को पुष्पित व पललवित कर दिल्ली के शिक्षकों की पवित्र भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं। परिणामस्वरूप 40,000 शिक्षकों द्वारा चुनी हुई मान्यता प्राप्त संवैधानिक संस्था GSTA कमजोर हो रही है औऱ शिक्षा मँत्री 23 म ई, 2016 को दिल्ली व पंजाब के समाचार पत्रों मे दिये गये विज्ञापनों मे हमारी मान्यता प्राप्त GSTA को "शिक्षकों का एक समूह" कहकर संबोधित किया है जो हमारी संवैधानिक संस्था GSTA के लिए खतरे की घंटी है।
SFTC, सभी शिक्षकों से व शिक्षक संगठनों से अपील करती है कि अपने अधिकारों का हो रहे हनन् को रोकने के लिए वर्तमान GSTA पर ही दबाव बनायें ताकि मान्यता प्राप्त चुनी हुई संस्था GSTA का असतित्व बचा रह सके।
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स्त्रोत : SFTC
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