सोसायटी फॉर टीचर्स कॉज(रजि.)
जय शिक्षक। ...... ...... ...... जय दिल्ली।।
..........सादर प्रणाम ।
भारतवर्ष एक लोकतांत्रिक देश है। लोकतंत्र के दो महत्वपूर्ण अंग है पक्ष औऱ विपक्ष। लोकतांत्रिक प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए विपक्ष का दायित्व है कि वह समय-समय पर शिक्षकों के हितों की अनदेखी कर रहे चुने हुए प्रतिनिधियों को उनके द्बारा किये गये वायदो/जुमलो की याद दिलाये।
........औऱ यही विपक्ष की भूमिका शिक्षक हितों के लिए SFTC निभा रही है। साथियों, SFTC का निर्माण शिक्षक हितों के लिए, शिक्षकों के मान,सम्मान से खिलवाड़ न होने के लिए ही हुआ है।भूतपूर्व GSTA ( SFTC) दिल्ली मे लगभग ४४ वर्षो से शिक्षक हितों की रक्षा के लिए सँकल्पित है।
SFTC के पुरोधाओ का इतिहास रहा है कि सभी के सभी आजीवन शिक्षक ही रहे है। रिटायर मेन्ट के बाद भी शिक्षक हितों का ही चिन्तन, मनन व अध्ययन करते है।भूतपूर्वGSTA( SFTC) के पदाधिकारी यो ने प्रदेश मे मजबूत राजनैतिक पकड़ होने के बावजूद कभी भी अपनी राजनीतिक महतवाकाक्षाओ को परवान नही चढने दिया जैसा कि अन्य शिक्षक सँगठनो के आकाओ ने शिक्षकों के कँधो की सीढियाँ बनाकर अपनी-अपनी राजनीतिक महतवाकाँक्षाओ को परवान चढाया है।
.......भूतपूर्वGSTA( SFTC) ने सन २००५ मे, morning shift/co ed schools का एक घंटे बढा हुआ समय दिल्ली के तत्काल ईन शिक्षा मँत्री के आवास का घेराव कर अगले ही दिन समाप्त करा दिया था।
........सन २०११ मे, रोहिणी के एक सरकारी विधालय की महिला शिक्षक के द्बारा नकल रोकने पर ८वी के छात्र द्धारा प्राणघातक हमला किया।इसके विरोध मे भूतपूर्वGSTA (SFTC) ने विधान सभा सत्र के दौरान ,दिल्ली विधानसभा के आसपास धारा १४४ लगी होने के बावजूद विधानसभा के मुख्य द्धार पर हजारों शिक्षकों के साथ प्रदर्शन किया औऱ पुतला भी फूँका।थाना सिविल लाइंस मे सैकडो शिक्षकों की गिरफ्तारी याँ हुई।भूतपूर्वGSTA(SFTC) ने गिरफ्तार शिक्षकों को बीच भँवर मे ना छोड़ कर सभी की मजबूती के साथ पैरवी कर ६ माह के अँदर केस से बरी करवाया,वही दूसरी ओर वर्तमान GSTA की बहन राजबाला सैनी के प्रति असँवेदनशीलता उनके शिक्षकों के प्रति चरित्र को दर्शाती है।
....भाईयों/बहनों , विश्वास रखिए SFTC हमेशा शिक्षकों के मँगल, प्रगति व उत्थान के लिए प्रयास रत रहेगी औऱ सँघर्ष करती रहेगी।
जय हिन्द। ...... जय भारत।।
सोसायटी फॉर टीचर्स कॉज (रजि.),दिल्ली
दिल्ली के सम्मानित शिक्षक भाईयों/बहनों सादर
SFTC दिल्ली के सरकारी विदयालयो के शिक्षको पर ताबड़तोड़ हो रहे प्राण घातक हमलों की कठोर शब्दों मे निन्दा करती है औऱ मागं करती है कि हमलावरों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई कर शिक्षक समाज की सुरक्षा मुहैया कराई जा ये।
भाईयों/बहनों, आपको वर्तमान GSTA की निष्क्रियता के कारण शिक्षक समाज आज अपमान के घूट पीने को अभिसप्त है।
इस वर्ष जून माह का TA न मिलने के कारण हजारों शिक्षकों को लाखों रूपयो का नुकसान सहना पङेगा।
भाईयों/बहनों , जो 2nd Saturday आपकी भूतपूर्व GSTA{SFTC}, ने1993 मे दिल्ली मे तत्काल ईन भाजपा सरकार से घोषित कराया था, वह 2nd Saturday , 12 March,2016 को समाप्त हो गया है।
भाईयों/बहनों, वर्तमान GSTA ने 7th CPC मे represent नही किया है, यह सत्य सभी जानते हैं, औऱ तो औऱ 7th CPC की recommendations आने के बाद को ई objection भी raise नहीं किया। जिसका खामियाजा शिक्षक समाज को आगामी CPC आने तक भुगतना पङेगा।
भाईयों/बहनों, वर्तमानGSTA ने अपने चुनावी भाषणों मे शिक्षक समाज को आशवासन दिया था कि सरकारी विधालयो का बढा हुआ 15-15 मिनट का समय समाप्त करा दिया जाऐगा,लेकिन वर्तमानGSTA अभी तक बढा हुआ समय समाप्त नही करा पाई है।वर्तमानGSTA शिक्षक समाज को हकीकत से अवगत कराये।यह वर्तमानGSTA की नैतिक जिम्मेदारी है।
......।।।।।।
Source :SFTC
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